Loan Fraud : लोन के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी का दायरा बहुत तेजी से बढ़ रहा है. Loan फर्जीवाड़ा करने वाले लोन देते नहीं, बल्की आपसे ले ही ले लेते हैं. आजकल लोग जालसाजों के चंगुल में आसानी से फंस जा रहे हैं. वहीं इस काम को अंजाम देने में मोबाइल बहुत कारगर साबित हो रहा है, इसलिए फ्रॉड तेजी से बढ़ रहा है.

Mobile Play Store में अनगिनत ऐप भरे पड़े होते हैं जो आपको सस्ते में लोन Personal Loan देने का दावा करते हैं. लोग इस पर ध्यान नहीं देते और गलती कर बैठतो हैं. इस फ्रॉड में फसने के बाद आप को नहीं पता होता की इससे बाहर कैसे निकले. जो लोग इन उपायों से अनजान हैं, उनके फंसने की गुंजाइश अधिक होती है. हम आपको बताते हैं कि लोन के नाम पर मोबाइल ऐप (Mobile App) से कैसे होता है फ्रॉड और उससे बचने के उपाय.
बता दें कि पढ़े-लिखे लोग भी लोन (loan) के नाम पर ठगी के जाल में फंस जाते हैं. पूरी जालजासी मोबाइल ऐप (Mobile App) के जरिए चलाई जा रही है. मोबाइल ऐप से आप को पर्सनल लोन देने का झांसा दिया जाता है. एक आंकड़े के मुताबिक भारत में लगभग 600 ऐप चल रहे हैं जो लोन के नाम पर ठगी में शामिल हैं. इसमें मोबाइल पर मैसेज आता है जिसमें एक लिंक (Link) होती है. लिंक पर क्लिक करते ही मैसेज आपको फोन पर, व्हाट्सऐप (whatsapp) पर या सोशल मीडिया (social media) पर आ सकता है. मैसेज में लिखा होता है कि नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें और सेकंडों में पर्सनल लोन पाएं.

कैसे होता है Online Fraud
आप को बता दें कि लोन फर्जीवाड़े में लगभग यही तरीका अपनाया जाता है. इससे बचने के लिए आप को हमेशा सतर्क रहना होगा. किसी भी तरह के लोभ-लालच में पड़कर अपनी कोई जानकारी शेयर नहीं करनी है. कोई भी बैंक किसी एक मैसेज या लिंक के सहारे आपसे लोन की रिकवरी नहीं करेगा. इसलिए लोन की रिकवरी के नाम पर ऐसा कोई भी मैसेज आए तो सावधान रहें. बैंक मैसेज भेजने से पहले मेल भेजता है, उस बैंक का रिकवरी एजेंट आपको फोन करता है. ऐसा कभी नहीं होता कि किसी एक मैसेज की मदद से बैंक आपसे लोन की रिकवरी चाहेगा.
किसी भी लिंक पर न करे क्लिक
फर्जीवाड़ा करने वाले आपको मैसेज भेजकर लिंक पर क्लिक करने के लिए कह सकते हैं. उस लिंग के सहारे प्लेस्टोर से कोई मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए कह सकते हैं. अगर ऐसा कोई भी मैसेज आए तो सावधान हो जाएं क्योंकि बैंक इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं करता. किसी भी लिंक पर फट से क्लिक न करें और कोई भी ऐप डाउनलोड न करें. ऐप डाउनलोड करने से कई तरह की जानकार का एक्सेस सामने वाले के पास चली जाती है.

कहां से होती है जानकारी की चोरी
दरअसल, फोन करने वाले आपकी जानकारी आपके फोन से चुराते हैं. इसके पीछे कुछ फ्रॉड ऐप जिम्मेदार होते हैं. बिना काम के या बिना सोचे-समझें कोई ऐप डाउनलोड करते हैं और उस ऐप को अपने फोन के मैसेज पढ़ने की इजाजत देते हैं तो आपके साथ धोखा हो सकता है. फ्रॉड करने वाले आपका मैसेज पढ़ लेते हैं और बैंक के लोन और उसकी ईएमआई की जानकारी चुरा लेते हैं. इसके बाद वे फोन करते हैं कि इस तारीख को आपकी ईएमआई ड्यू है, लेकिन उसे अभी जमा करना होगा. जमा करने के लिए आपसे ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए कहा जा सकता है.
फ्रॉड करने वाले आपको यह भी कह सकते हैं कि बैंक से ऑफर आया है कि कम पैसे चुकाकर अपना पूरा लोन बंद कर सकते हैं. इस लालच में आप पैसे ट्रांसफर करके फंस सकते हैं.
यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है, इसे फॉलो करें
1 – फोन पर लोन का कोई भी मैसेज आए तो उस पर ध्यान न दें, बल्कि उसे नजरअंदाज करें
2 – मैसेज में कोई लिंक हो तो उस पर भूलकर भी क्लिक न करें
3 – जिसने मैसेज भेजा या फोन किया, उसे ब्लॉक कर दें ताकि दोबारा आपके साथ चीटिंग न हो
4 – फोन या मैसेज में कोई भी जानकारी मांगी जाए तो न दें
5 – बैंक स्टेटमेंट या अकाउंट से जुड़ी जानकारी शेयर न करें
6 – ऐसा कोई भी मैसेज या फोन आए तो पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें
7 – अनजान नंबर से इस तरह का फ्रॉड कॉल आए तो उसकी शिकायत करें और उसे ब्लॉक कर दें.
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